*भूकंप की तीव्रता एवं परिमाण का विश्लेषण*
भूकम्प या भूचाल पृथ्वी की सतह के हिलने को कहते हैं। यह पृथ्वी के स्थलमण्डल (लिथोस्फ़ीयर) में ऊर्जा के अचानक मुक्त हो जाने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकम्पीय तरंगों की वजह से होता है। भूकम्प बहुत हिंसात्मक हो सकते हैं और कुछ ही क्षणों में लोगों को गिराकर चोट पहुँचाने से लेकर पूरे नगर को ध्वस्त कर सकने की इसमें क्षमता होती है।
भूकंप की तीव्रता (Intensity of Earthquake)
किसी स्थान पर भूकंप की तीव्रता वहां पर भूमि में गति तथा मानव पर प्रभाव के रूप में आंकी जाती है। भूकंप द्वारा विनाश का मूल्यांकन इमारतों, बांधों, पुलों तथा अन्य वस्तुओं को इससे होने वाली हानि से किया जाता है. इसे मरकली पैमाने पर अंकित किया जाता है। इस पैमाने को मरकली (Mercalli) ने 1902 में विकसित किया तथा इसे 1931 में वुड (Wood)तथा न्यूमैन (Newman) ने संशोधित किया. अब इसे “संशोधित मरकली पैमाने” (Modified Mercalli Scale – M. M. Scale) के नाम से जाना जाता है।
यह पैमाना मनुष्य की ज्ञानेन्द्रियों द्वारा प्राप्त अनुभव, विनाशकारी प्रभाव आदि पर निर्भर करता है. अतः यह पैमाना गुणात्मक है, परिमाणात्मक नहीं है. इस कारण यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अधिक यथार्थ नहीं माना जाता है परन्तु सरल और सहज होने के कारण प्रायः प्रयोग किया जाता है। इसके अनुसार भूकंप की तीव्रता को I से XII तक व्यक्त किया जाता है। विभिन्न स्थानों पर भूकंप की तीव्रता भिन्न-भिन्न होने के बावजूद इसका परिमाण एक जैसा रहता है।
भूकंप का परिमाण (Magnitude of Earthquake)
किसी भूकंप का परिमाण उस द्वारा मुक्त की गई ऊर्जा का माप है. यह भूकंपीय तरंगों के आयाम (amplitude), त्वरण (acceleration), आवृति (frequency) तथा कई अन्य गणितीय बातों पर आधारित होता है. भूकंप के परिमाण को रिक्टर पैमाने (Richter Scale) पर मापा जाता है। इस पैमाने का आविष्कार विख्यात भूकंपवेत्ता चार्ल्स एफ. रिक्टर (Charles F. Richter) ने 1935 में किया था जिसे 1965 में बेनो गुटेनबर्ग (Beno Gutenburg) ने संशोधित किया था. यह एक लघु-गणक (logarithmic) पैमाना है, जिसकी न्यूनतम तथा अधिकतम सीमा नहीं है. रिक्टर पैमाने पर अभी तक 8.9 गहनता तक के भूकंप आ चुके हैं।
भूकंप की तीव्रता तथा परिमाण का विश्लेषण
मरकली संख्या - I
तीव्रता मरकली नाम – यान्त्रिक (Instrumental)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – केवल भूकंप लेखी द्वारा ही रिकॉर्ड किया जाता है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 0
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 3.5 से कम
मरकली संख्या - II.
तीव्रता मरकली नाम – क्षीण (Feelable)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – केवल संवेदनशील व्यक्तियों द्वारा ही अनुभव किया जाता है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 10
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 3.5
मरकली संख्या - III
तीव्रता मरकली नाम – अल्प (Slight)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – केवल आराम करते हुए व्यक्तियों द्वारा अनुभव किया जाता है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 25
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 4.2
मरकली संख्या - IV
तीव्रता मरकली नाम – साधारण (Moderate)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – चलते हुए व्यक्तियों द्वारा महसूस किया जाता है तथा खड़े हुए वाहनों में कंपन होता है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 50
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 4.3
मरकली संख्या - V
तीव्रता मरकली नाम – आप्रबल (Rather strong)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – सामान्यतः अनुभव किए जाते हैं, सोते हुए व्यक्ति जाग जाते हैं, लटकती हुए घंटियां स्वतः बजती है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 100
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 4.8
मरकली संख्या - VI
तीव्रता मरकली नाम – प्रबल (Strong)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – सभी लटके हुए पदार्थ झूलते हैं।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 250
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 4.9 से 5.4
पृथ्वी पर भू-आकृतियों के विकास की विधि
मरकली संख्या - VII
तीव्रता मरकली नाम – अति प्रबल (Very Strong)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – दीवारों में दरारें पड़ जाती है और प्लास्टर गिर जाते हैं।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 500
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 5.5 से 6.1
मरकली संख्या - VIII
तीव्रता मरकली नाम – विनाशात्मक (Destructive)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – कार चालक घबरा जाते हैं, फैक्ट्रियों की चिमनियां गिर जाती हैं एवं कमजोर इमारतें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 1000
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 6.2
मरकली संख्या - IX
तीव्रता मरकली नाम – विनष्टकारी (Ruinous)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – मकान धंस जाते हैं। भूमि में दरारें पड़ जाती हैं तथा पाइप लाइनें टूट जाती हैं।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 2500
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 6.2 से 6.9
मरकली संख्या - X
तीव्रता मरकली नाम – विनाशी (Disastrous)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – धरातल में लम्बी दरारें पड़ जाती हैं. इमारतें गिर जाती हैं, रेलवे लाइन मुड़ जाती हैं तथा तीव्र ढालों पर भूस्खलन होता है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 5000
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 7.0 से 7.3
मरकली संख्या - XI
तीव्रता मरकली नाम – अतिविनाशी (Very Disastrous)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – कुछ ही इमारतें खड़ी रह पाती हैं, पुल नष्ट हो जाते हैं, रेलवे लाइन, पाइप लाइन तथा केबल लाइन टूट जाती हैं, भयंकर भूस्खलन होता है और बाढ़ आती है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 7500
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 7.4 से 8.1
मरकली संख्या - XII
तीव्रता मरकली नाम – प्रलयकारी (Catastrophic)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – सर्वनाश, धरातलीय पदार्थ हवा में उछलने लगते हैं तथा धरातल धंसने लगती है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 9800
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 8.1 से अधिक
भूकम्प या भूचाल पृथ्वी की सतह के हिलने को कहते हैं। यह पृथ्वी के स्थलमण्डल (लिथोस्फ़ीयर) में ऊर्जा के अचानक मुक्त हो जाने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकम्पीय तरंगों की वजह से होता है। भूकम्प बहुत हिंसात्मक हो सकते हैं और कुछ ही क्षणों में लोगों को गिराकर चोट पहुँचाने से लेकर पूरे नगर को ध्वस्त कर सकने की इसमें क्षमता होती है।
भूकंप की तीव्रता (Intensity of Earthquake)
किसी स्थान पर भूकंप की तीव्रता वहां पर भूमि में गति तथा मानव पर प्रभाव के रूप में आंकी जाती है। भूकंप द्वारा विनाश का मूल्यांकन इमारतों, बांधों, पुलों तथा अन्य वस्तुओं को इससे होने वाली हानि से किया जाता है. इसे मरकली पैमाने पर अंकित किया जाता है। इस पैमाने को मरकली (Mercalli) ने 1902 में विकसित किया तथा इसे 1931 में वुड (Wood)तथा न्यूमैन (Newman) ने संशोधित किया. अब इसे “संशोधित मरकली पैमाने” (Modified Mercalli Scale – M. M. Scale) के नाम से जाना जाता है।
यह पैमाना मनुष्य की ज्ञानेन्द्रियों द्वारा प्राप्त अनुभव, विनाशकारी प्रभाव आदि पर निर्भर करता है. अतः यह पैमाना गुणात्मक है, परिमाणात्मक नहीं है. इस कारण यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अधिक यथार्थ नहीं माना जाता है परन्तु सरल और सहज होने के कारण प्रायः प्रयोग किया जाता है। इसके अनुसार भूकंप की तीव्रता को I से XII तक व्यक्त किया जाता है। विभिन्न स्थानों पर भूकंप की तीव्रता भिन्न-भिन्न होने के बावजूद इसका परिमाण एक जैसा रहता है।
भूकंप का परिमाण (Magnitude of Earthquake)
किसी भूकंप का परिमाण उस द्वारा मुक्त की गई ऊर्जा का माप है. यह भूकंपीय तरंगों के आयाम (amplitude), त्वरण (acceleration), आवृति (frequency) तथा कई अन्य गणितीय बातों पर आधारित होता है. भूकंप के परिमाण को रिक्टर पैमाने (Richter Scale) पर मापा जाता है। इस पैमाने का आविष्कार विख्यात भूकंपवेत्ता चार्ल्स एफ. रिक्टर (Charles F. Richter) ने 1935 में किया था जिसे 1965 में बेनो गुटेनबर्ग (Beno Gutenburg) ने संशोधित किया था. यह एक लघु-गणक (logarithmic) पैमाना है, जिसकी न्यूनतम तथा अधिकतम सीमा नहीं है. रिक्टर पैमाने पर अभी तक 8.9 गहनता तक के भूकंप आ चुके हैं।
भूकंप की तीव्रता तथा परिमाण का विश्लेषण
मरकली संख्या - I
तीव्रता मरकली नाम – यान्त्रिक (Instrumental)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – केवल भूकंप लेखी द्वारा ही रिकॉर्ड किया जाता है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 0
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 3.5 से कम
मरकली संख्या - II.
तीव्रता मरकली नाम – क्षीण (Feelable)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – केवल संवेदनशील व्यक्तियों द्वारा ही अनुभव किया जाता है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 10
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 3.5
मरकली संख्या - III
तीव्रता मरकली नाम – अल्प (Slight)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – केवल आराम करते हुए व्यक्तियों द्वारा अनुभव किया जाता है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 25
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 4.2
मरकली संख्या - IV
तीव्रता मरकली नाम – साधारण (Moderate)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – चलते हुए व्यक्तियों द्वारा महसूस किया जाता है तथा खड़े हुए वाहनों में कंपन होता है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 50
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 4.3
मरकली संख्या - V
तीव्रता मरकली नाम – आप्रबल (Rather strong)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – सामान्यतः अनुभव किए जाते हैं, सोते हुए व्यक्ति जाग जाते हैं, लटकती हुए घंटियां स्वतः बजती है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 100
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 4.8
मरकली संख्या - VI
तीव्रता मरकली नाम – प्रबल (Strong)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – सभी लटके हुए पदार्थ झूलते हैं।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 250
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 4.9 से 5.4
पृथ्वी पर भू-आकृतियों के विकास की विधि
मरकली संख्या - VII
तीव्रता मरकली नाम – अति प्रबल (Very Strong)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – दीवारों में दरारें पड़ जाती है और प्लास्टर गिर जाते हैं।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 500
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 5.5 से 6.1
मरकली संख्या - VIII
तीव्रता मरकली नाम – विनाशात्मक (Destructive)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – कार चालक घबरा जाते हैं, फैक्ट्रियों की चिमनियां गिर जाती हैं एवं कमजोर इमारतें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 1000
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 6.2
मरकली संख्या - IX
तीव्रता मरकली नाम – विनष्टकारी (Ruinous)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – मकान धंस जाते हैं। भूमि में दरारें पड़ जाती हैं तथा पाइप लाइनें टूट जाती हैं।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 2500
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 6.2 से 6.9
मरकली संख्या - X
तीव्रता मरकली नाम – विनाशी (Disastrous)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – धरातल में लम्बी दरारें पड़ जाती हैं. इमारतें गिर जाती हैं, रेलवे लाइन मुड़ जाती हैं तथा तीव्र ढालों पर भूस्खलन होता है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 5000
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 7.0 से 7.3
मरकली संख्या - XI
तीव्रता मरकली नाम – अतिविनाशी (Very Disastrous)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – कुछ ही इमारतें खड़ी रह पाती हैं, पुल नष्ट हो जाते हैं, रेलवे लाइन, पाइप लाइन तथा केबल लाइन टूट जाती हैं, भयंकर भूस्खलन होता है और बाढ़ आती है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 7500
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 7.4 से 8.1
मरकली संख्या - XII
तीव्रता मरकली नाम – प्रलयकारी (Catastrophic)
तीव्रता के लक्षण (भूकंप के प्रभाव) – सर्वनाश, धरातलीय पदार्थ हवा में उछलने लगते हैं तथा धरातल धंसने लगती है।
भूमि का अधिकतम त्वरण (मिलीमीटर/सेकेण्ड) – 9800
रिक्टर पैमाने पर परिमाण – 8.1 से अधिक